झूट को सच तो मिरे यार बना सकता है - हनीफ़ दानिश इंदौरी

झूट को सच तो मिरे यार बना सकता है ये हुनर सुन तुझे सरदार बना सकता है

झूट को सच तो मिरे यार बना सकता है

झूट को सच तो मिरे यार बना सकता है
ये हुनर सुन तुझे सरदार बना सकता है

तुझ को भी हक़ है सियासत में चले जाने का
तू अगर रेत की दीवार बना सकता है

ये नया दौर-ए-तरक़्क़ी है यहाँ सिक्कों से
कोई ख़िर्क़ा कोई दस्तार बना सकता है

मुख़्तलिफ़ रोग की बस एक दवा दे दे कर
ये मसीहा हमें बीमार बना सकता है

ज़ो'म सज्दों का जबीं पर न सजाए फिरिए
ये तकब्बुर भी गुनहगार बना सकता है

होश वालों में ये चर्चा भी बहुत आम हुआ
मुझ को पागल भी मिरा यार बना सकता है

डाल कर ख़्वाब नए अध-खुली आँखो में यहाँ
शो'बदा-बाज़ भी सरकार बना सकता है

बोझ हो तेरी अना पर जो सहारा 'दानिश'
वो सहारा तुझे लाचार बना सकता है - हनीफ़ दानिश इंदौरी


jhooth ko sach to mere yar bana sakta hai

jhooth ko sach to mere yar bana sakta hai
ye hunar sun tujhe sardar bana sakta hai

tujh ko bhi haq hai siyasat mein chale jaane ka
tu agar ret ki diwar bana sakta hai

ye naya daur-e-taraqqi hai yahan sikkon se
koi khirqa koi dastar bana sakta hai

mukhtalif rog ki bas ek dawa de de kar
ye masiha hamein bimar bana sakta hai

zoam sajdon ka jabin par na sajae phiriye
ye takabbur bhi gunahgar bana sakta hai

hosh walon mein ye charcha bhi bahut aam hua
mujh ko pagal bhi mera yar bana sakta hai

dal kar khwab nae adh-khuli aankho mein yahan
shoabada-baz bhi sarkar bana sakta hai

bojh ho teri ana par jo sahaara 'danish'
wo sahaara tujhe lachaar bana sakta hai - Hanif Danish Indori

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