उफ़ ये गर्मी - सलाम मछली शहरी

उफ़ ये गर्मी - सलाम मछली शहरी

उफ़ ये गर्मी
दय्या रे दय्या
लू है कि बिजली
दय्या रे दय्या
जलता है कमरा
भय्या रे भय्या
खोल दो पंखा
भय्या रे भय्या
धूप की शिद्दत
बाजी रे बाजी
ठंडा शर्बत
बाजी रे बाजी
गर्मी का आलम
तौबा रे तौबा
आग का मौसम
तौबा रे तौबा
भूत हवा में
आहा आहा
जादू फ़ज़ा में
आहा आहा
रूहों की टोली
सी शाँ रे सी शाँ
आग की होली
सी शाँ रे सी शाँ
सुख की निशानी
आपा रे आपा
बर्फ़ का पानी
आपा रे आपा
आग की बोली
दय्या रे दय्या
क़ुलियों की टोली
दय्या रे दय्या
राह में शो'ले
हैय्या रे हैय्या
गाते हैं नग़्मे
हैय्या रे हैय्या
सलाम मछली शहरी


uf ye garmi - Salam Machhli Shahri

uf ye garmi
dayya re dayya
lu hai ki bijli
dayya re dayya
jalta hai kamra
bhayya re bhayya
khol do pankha
bhayya re bhayya
dhup ki shiddat
baji re baji
ThanDa sharbat
baji re baji
garmi ka aalam
tauba re tauba
aag ka mausam
tauba re tauba
bhut hawa mein
aaha aaha
jadu faza mein
aaha aaha
ruhon ki Toli
si shan re si shan
aag ki holi
si shan re si shan
sukh ki nishani
aapa re aapa
barf ka pani
aapa re aapa
aag ki boli
dayya re dayya
quliyon ki Toli
dayya re dayya
rah mein shoale
haiyya re haiyya
gate hain naghme
haiyya re haiyya
- Salam Machhali Shahri

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