बादे सेहर जब तू चलती है - परवेज़ मुज़फ़्फ़र

बादे सेहर जब तू चलती है

बादे सेहर जब तू चलती है।
गुलशन मे झाडू चलती है।

बाहर सब कुछ ठंडा ठंडा।
अंदर अंदर लू चलती है।

कांटे पीले पड जाते हैं।
कलियों पर खुश्बू चलती है।

व्हिस्की से परहेज़ है हमको।
थोडी तम्बाकू चलती है।

मैं यूं ही गुल हो जाऊंगा।
आंधी क्यो हर सु चलती है।

स्कूलों से खारिज हो कर।
फिल्मों मे ऊर्दू चलती है। - परवेज़ मुज़फ़्फ़र


bad-e-shahr me jab tu chalti hai

bad-e-shahr me jab tu chalti hai
gulshanme jhadu chalti hai

bahar sab kuchh thanda thanda
andar andar loo chalti hao

kante peele pad jate hai
kaliyon par khushboo chalti hai

whisky se parhej hai hamko
thodi tambaku chalti hai

mai yun hi gul ho jaunga
aandhi kyon har su chalti hai

schoolo se kharij ho kar
filmo me urdu chalti hai - Parvez Muzaffar

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