औसान पर यूँ उस ने क़ाबू किया हुआ है - रहमान मुसव्विर

हिन्दी महक रही है लोबान जैसी मेरी लहजे को मैं ने अपने उर्दू किया हुआ है
औसान पर यूँ उस ने क़ाबू किया हुआ है
जैसे कि मुझ पे काला जादू किया हुआ है

बातें सजा रखी हैं दीवार पर दिए सी
यादों को मैं ने उस की जुगनू किया हुआ है

मिट्टी के इस बदन में है रूह नर्तकी सी
साँसों को उस ने मेरी घुंघरू किया हुआ है

हिन्दी महक रही है लोबान जैसी मेरी
लहजे को मैं ने अपने उर्दू किया हुआ है

क्या क्या मुझे किया है इस इश्क़ ने 'मुसव्विर'
जानाँ किया हुआ है जानू किया हुआ है - रहमान मुसव्विर
मायने
औसान = बुद्धि


ausan par yun us ne kaaboo kiya hua hai

ausan par yun us ne kaaboo kiya hua hai
jaise ki mujh pe kala jadu kiya hua hai

baaten saja rakhi hain deewar par diye si
yaadon ko main ne us ki jugnu kiya hua hai

mitti ke is badan mein hai ruh nartaki si
sanson ko us ne meri ghunghru kiya hua hai

hindi mahak rahi hai loban jaisi meri
lahze ko main ne apne urdu kiya hua hai

kya kya mujhe kiya hai is ishq ne 'musawwir'
jaanan kiya hua hai jaanu kiya hua hai - Rehman Musawwir

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