उंगलिया यूँ ना सब पर उठाया करो - राहत इंदौरी

उंगलिया यूँ ना सब पर उठाया करो

उंगलिया यूँ ना सब पर उठाया करो
खर्च करने से पहले कमाया करो

जिंदगी क्या है खुद ही समझ जाओगे
बारिशो में पतंगे उडाया करो

दोस्तों से मुलाकात के नाम पर
नीम कि पत्तियों को चबाया करो

शाम के बाद जब तुम सहर देख लो
कुछ फकीरों को खाना खिलाया करो

चाँद सूरज कहा, अपनी मंजिल कहा
ऐसे वैसो को मुह मत लगाया करो

घर उसी का सही तुम भी हक़दार हो,
रोज़ आया करो रोज़ जाया करो।- राहत इंदौरी


Ungliya yun na sab par uthaya karo

Ungliya yun na sab par uthaya karo
kharch karne se pahle kamaya karo

zindgi kya hai khud hi samajh jaoge
barisho me patange udaya karo

dosto se mulakat ke naam par
neem ki pattiyo ko chabaya karo

shaam ke baad jab tum sahar dekh lo
kuch faqiro ko khana khilaya karo

chaand suraj kaha, apni manzil kaha
aise waise ko muh mat lagaya karo

ghar usi ka sahi tum bhi hakdar ho,
roz aaya karo, roz jaya karo - Rahat Indori

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