सपना जैसा भी हो पर सपना सच्चा लगता है - गणेश गोरखपुरी

सपना जैसा भी हो पर सपना सच्चा लगता है

सपना जैसा भी हो पर सपना सच्चा लगता है
सुंदर महफ़िल हो तो हर कोई अपना लगता है

हमको मुद्दत हुई किसी की तस्वीर को निहारे
तस्वीर देखता हूं तो सब कुछ अच्छा लगता है

ये टूटी छत गंदे सोफे और वो सूखा चावल
जैसा भी हो लेकिन अपना घर अपना लगता है

एक खिलाड़ी से मत पूछो तुम इश्क़ की कहानी
अब चौराहे का इश्क़ सामने बच्चा लगता है - गणेश गोरखपुरी


sapna jaisa bhi ho par sapna sachcha lagta hai

sapna jaisa bhi ho par sapna sachcha lagta hai
sundar mahfil ho to har koi apna lagta hai

hamko muddat hui kisi ki tasweer ko nihare
Tasweer dekhta hun to sab kuchh achchha lagta hai

ye tuti chhat gande sofe aur wo sukha chawal
jaisa bhi ho lekin apna ghar apna lagta hai

ek khiladi se mat puchho tum ishq ki kahani
ab chourahe ka ishq samne bachcha lagta hai - Ganesh Gorakhpuri

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