मछुआरा - हरिवंशराय बच्चन

मछुआरा - हरिवंशराय बच्चन बड़े सवेरे उठ मछुआरा सागर तीरे जाता है जाल डाल कर गहरे पानी मछली रोज फसाता है धरे टोकरी सर के ऊपर साथ मछेरिन आती है सोने चाँदी की मछली रख उसमें घर ले जाती है

मछुआरा - हरिवंशराय बच्चन

बड़े सवेरे
उठ मछुआरा
सागर तीरे जाता है
जाल डाल कर
गहरे पानी
मछली रोज फसाता है
धरे टोकरी
सर के ऊपर
साथ मछेरिन आती है
सोने चाँदी
की मछली रख
उसमें घर ले जाती है
- हरिवंशराय बच्चन


Machhuaara

bade sawere
uth Machhuaara
sagar teere jata hai
jaal dal kar
gahre paani
machhali roj fasata hai
dhare tokari
sar ke upar
sath machherin aati hai
sone chaandi
ki machhali rakh
usme ghar le jati hai
- Harivanshrai Bachchan

Post a Comment

कृपया स्पेम न करे |

Previous Post Next Post