पत्थर पहले ख़ुद को पत्थर करता है - मदन मोहन दानिश

पत्थर पहले ख़ुद को पत्थर करता है उसके बाद ही कुछ कारीगर करता है एक ज़रा सी कश्ती ने ललकारा है अब देखें क्या ढोंग समंदर करता है

पत्थर पहले ख़ुद को पत्थर करता है

पत्थर पहले ख़ुद को पत्थर करता है
उसके बाद ही कुछ कारीगर करता है

एक ज़रा सी कश्ती ने ललकारा है
अब देखें क्या ढोंग समंदर करता है

कान लगा कर मौसम की बातें सुनिए
क़ुदरत का सब हाल उजागर करता है

उसकी बातों में रस कैसे पैदा हो
बात बहुत ही सोच-समझकर करता है

जिसको देखो दानिश का दीवाना है
क्या वो कोई जादू-मंतर करता है - मदन मोहन दानिश


patthar pahle khud ko patthar karta hai

patthar pahle khud ko patthar karta hai
uske baad hi kuchh karigar karta hai

ek zra si kashti ne lalkara hai
ab dekhe kya dhong samandar karta hai

kan laga kar mausam ki baate suniye
kudrat ka sab haal ujagar karta hai

uski baato me ras kaise paida ho
baat bahut hi soch-samajhkar karta hai

jisko dekho danish ka deewana hai
kya wo koi jadu mantar karta hai - Madan Mohan Danish

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