सबसे पहले! - हरिवंशराय बच्चन

आज उठा मैं सबसे पहले! सबसे पहले आज सुनूँगा, हवा सवेरे की चलने पर, हिल, पत्तों का करना 'हर-हर' देखूँगा, पूरब में फैले बादल पीले, लाल, सुनहले!

सबसे पहले!

आज उठा मैं सबसे पहले!
सबसे पहले आज सुनूँगा,
हवा सवेरे की चलने पर,
हिल, पत्तों का करना 'हर-हर'
देखूँगा, पूरब में फैले बादल पीले,
लाल, सुनहले!

आज उठा मैं सबसे पहले!
सबसे पहले आज सुनूँगा,
चिड़िया का डैने फड़का कर
चहक-चहककर उड़ना 'फर-फर'
देखूँगा, पूरब में फैले बादल पीले,
लाल सुनहले!

आज उठा मैं सबसे पहले!
सबसे पहले आज चुनूँगा,
पौधे-पौधे की डाली पर,
फूल खिले जो सुंदर-सुंदर
देखूँगा, पूरब में फैले बादल पीले?
लाल, सुनहले

आज उठा मैं सबसे पहले!
सबसे कहता आज फिरूँगा,
कैसे पहला पत्ता डोला,
कैसे पहला पंछी बोला,
कैसे कलियों ने मुँह खोला
कैसे पूरब ने फैलाए बादल पीले,
लाल, सुनहले!

आज उठा मैं सबसे पहले!
- हरिवंशराय बच्चन


sabse pahle

aaj utha mai sabse pahle
sabse pahle aaj sununga
hawa sawere ki chalne par
hil, patto ka karna 'har-har'
dekhunga, purab mein me faile badal pile,
laal, sunhale!

aaj utha mai sabse pahle
sabse pahle aaj sununga
chidiya ka daine fadka kar
chahak-chahakkar udna 'far-far'
dekhunga, purab mein me faile badal pile,
laal, sunhale!

aaj utha mai sabse pahle
sabse pahle aaj chununga
paudhe-paudhe ki dali par
phul khile jo sundar-sundar
dekhunga, purab mein me faile badal pile,
laal, sunhale!

aaj utha mai sabse pahle !
sabse kahta aaj firunga,
kaise pahla patta dola,
kaise pahla panchi bola,
kaise kaliyon se munh khola
kaise purab ne failaye badal pile
laal, sunhale!

aaj utha mai sabse pahle
- Harivanshrai Bachchan
aaj utha mein sabse pahle

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