इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए
इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिएआप को चेहरे से भी बीमार होना चाहिए
आप दरिया हैं तो फिर इस वक़्त हम ख़तरे में हैं
आप कश्ती हैं तो हम को पार होना चाहिए
ऐरे-ग़ैरे लोग भी पढ़ने लगे हैं इन दिनों
आप को औरत नहीं अख़बार होना चाहिए
ज़िंदगी तू कब तलक दर-दर फिराएगी हमें
टूटा-फूटा ही सही घर-बार होना चाहिए
अपनी यादों से कहो इक दिन की छुट्टी दे मुझे
इश्क़ के हिस्से में भी इतवार होना चाहिए - मुनव्वर राना
ishq hai to ishq ka izhaar hona chahiye
ishq hai to ishq ka izhar hona chahiyeaap ko chehre se hi bimar hona chahiye
aap dariya hai to phir is waqt ham khatre me hai
aap kashti hai to ham ko paar hona chahiye
aire-gere log bhi padhne lage hai in dino
aap ko aurat nahi akhbaar hona chahiye
zindagi tu kab tlak dar-dar firaegi hame
tuta-futa hi sahi ghar-bar hona chahiye
apni yaado se kaho ik din ki chhutti de mujhe
ishq ke hisse me bhi itwar hona chahiye - Munawwar Rana