दर्दे-दिल, दर्दे-वफ़ा, दर्दे-तमन्ना क्या है
दर्दे-दिल, दर्दे-वफ़ा, दर्दे-तमन्ना क्या हैआप क्या जानें मोहब्बत का तकाज़ा क्या है
बेमुरव्वत बेवफ़ा बेगाना-ए-दिल आप हैं
आप माने या न माने मेरे क़ातिल आप हैं
बेमुरव्वत बेवफ़ा ...
आप से शिकवा है मुझ को ग़ैर से शिकवा नहीं
जानती हूँ दिल में रख लेने के क़ाबिल आप हैं
बेमुरव्वत बेवफ़ा...
साँस लेती हूँ तो यूँ महसूस होता है मुझे
जैसे मेरे दिल की हर धड़कन में शामिल आप हैं
बेमुरव्वत बेवफ़ा ...
ग़म नहीं जो लाख तूफ़ानों से टकराना पड़े
मैं वो कश्ती हूँ कि जिस कश्ती का साहिल आप हैं
बेमुरव्वत बेवफ़ा...- जाँ निसार अख़्तर
dard-e-dil, darde-wafa, darde tamnna kya hai
dard-e-dil, darde-wafa, darde tamnna kya haiaap kya jane mohbbat ka takaja kya hai
bemurwwat bewafa begana-e-dil aap hai
aap mane ya n mane mere katil aap hai
bemurwwat bewafa...
aap se shikwa hai mujh ko gair se shikwa nahi
janti hun dil me rakh lene le kabil aap hai
bemurwwat bewafa...
sans leti hun to yun mahsoos hota hai mujhe
jaise mere dil ki har dhadkan me shamil aap hai
bemurwwat bewafa...
gham nahi jo lakh tufano se takrana pade
mai wo kashti hun jis kashti ka sahil aap hai
bemurwwat bewafa... - Jan Nisar Akhtar
Wah wah बहुत खूब
बहुत अच्छा लिखा है