दर्द-ए-दिल हमको बताये तो सही - दरवेश भारती

दर्द-ए-दिल हमको बताये तो सही

दर्द-ए-दिल हमको बताये तो सही
राजदार अपना बनाये तो सही

वो भी बढ़ आएंगे फिर चार कदम
दो कदम आप उठाए तो सही

देखना, कैसे है झुकती दुनिया
आप भी खुद को झुकाए तो सही

देता मुफलिस है दुआए क्या-क्या
उसको सीने से लगाए तो सही

प्यार ही प्यार मयस्सर हो उन्हें
प्यार वो अपना लुटाए तो सही

कैसे पिघलेगा न हर पत्थर दिल
साजे-दिल आप बजाए तो सही

मुस्कराहट के खिले फूल ही फूल
प्यार की पौध लगाए तो सही

स्त्रोत सुख-चैन का है जब दरवेश
प्यास प्यासों कि बुझाए तो सही - दरवेश भारती


dard-e-dil hamko bataye to sahi

dard-e-dil hamko bataye to sahi
razdar apna banaye to sahi

wo bhi badh jayenge fir char kadam
do kadam aap uthaye to sahi

dekhna, kaisi jhukti hai duniya
aap bhi khud ko jhukaye to sahi

deta muflis hai duaae kya kya
usko seene se lagaye to sahi

pyar hi pyar mayssar hounhe
pyar wo apna lutaye to sahi

kaise pighlega n har patthar dil
saje-dil aap bajaye to sahi

muskurahat ke khile phool hi phool
pyar ki poudh lagaye to sahi

strot sukh-chain ka hai jab darvesh
pyas payaso ki bujhaye to sahi - Darvesh Bharti

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