मुझसे जो मोहब्बत करोगे तो क्या पाओगे
मुझसे जो मोहब्बत करोगे तो क्या पाओगेकुछ यूँ अपना दिल तोड़ोगे कि बिखर जाओगे
हमने क्या पाया है अब तक वफ़ा करके
तुम भी सिर्फ वफ़ा-ऐ-दर्द लेकर चले जाओगे
बिखरा हूँ में कुछ इस तरह, कि न करो समेटने की जहमत
कही अनजाने में अपनी शख्सियत गुम कर जाओगे
तकक्लुफ़ की बात ही तो है ये, कि तुम हमसे इश्क करो
ये इश्क-ऐ-दरिया है हम तो डूबे है तुम भी डूब जाओगे
ये चेहरा चाँद से कही ज्यादा रोशन है
इस मर्ज़ में इस पे कई शिकन ले जाओगे - देवेन्द्र देव
mujhse jo mohabbat karoge to kya paoge
mujhse jo mohabbat karoge to kya paogekuchh yun apna dil todoge ki bikhar jaoge
hamne kya paya hai ab tak wafa karke
tum bhi sirf wafa-e-dard dekar chale jaoge
bikhra hun mai kuchh is tarah, ki n karo samtne ki zahmat
kahi anjane me apni shakhsiyat gum kar jaoge
taklluf ki baat hi to hai ye, ki tum hamse ishq karo
ye ishq-e-dariya hai ham to dube hai tum bhi dub jaoge
ye chehra chand se kahi jyada roshan hai
is marz mein is pe kai shikan le jaoge - Devendra Dev