हम कोई नादान नहीं कि बच्चों की सी बात करें
हम कोई नादान नहीं कि बच्चों की सी बात करेंजीना कोई खेल नहीं है बैठो तुक की बात करें
शिव तो नहीं हम फिर भी हम ने दुनिया भर के ज़हर पिए
इतनी कड़वाहट है मुँह में कैसे मीठी बात करें
हम ने सब को मुफ़्लिस पा के तोड़ दिया दिल का कश्कोल
हम को कोई क्या दे देगा क्यूँ मुँह-देखी बात करें
हम ने कब ये गुर सीखा हम ठहरे सीधे-सादे लोग
जिस की जैसी फ़ितरत देखें उस से वैसी बात करें - अज़ीज़ बानो दाराब वफ़ा
hum koi nadan nahin ki bachchon ki si baat karen
hum koi nadan nahin ki bachchon ki si baat karenjina koi khel nahin hai baitho tuk ki baat karen
shiw to nahin hum phir bhi hum ne duniya bhar ke zahr piye
itni kadwahat hai munh mein kaise mithi baat karen
hum ne sab ko muflis pa ke tod diya dil ka kashkol
hum ko koi kya de dega kyun munh-dekhi baat karen
hum ne kab ye gur sikha hum thahre sidhe-sade log
jis ki jaisi fitrat dekhen us se waisi baat karen - Aziz Bano Darab Wafa