ज़ुबाँ तो खोल, नज़र तो मिला, जवाब तो दे
ज़ुबाँ तो खोल, नज़र तो मिला, जवाब तो देमैं कितनी बार लुटा हूँ, मुझे हिसाब तो दे
तेरे बदन की लिखावट में है उतार चढ़ाव
मैं तुझे कैसे पढूँगा मुझे किताब तो दे
तेरा सवाल है साकी, ये जिंदगी क्या है?
जवाब देता हूँ पहले शराब तो दे - राहत इंदौरी
zubaan to khol, nazar to mila, jawab to de
zubaan to khol, nazar to mila, jawab to demai kitni baar luta hun, mujhe hisaab to de
tere badan ki likhawat me hai utaar chadhav
mai tujhe kaise padhunga mujhe kitaab to de
tera sawal hai saki, ye zindagi kya hai?
jawab deta hun pahle sharab to de - Rahat Indori