तमाम फतवे कहाँ मुफ्तियों के होते है - तुफ़ैल चतुर्वेदी

तमाम फतवे कहाँ मुफ्तियों के होते है कुछ एक फैसले मजबूरियों के होते है

तमाम फतवे कहाँ मुफ्तियों के होते है

तमाम फतवे कहाँ मुफ्तियों के होते है
कुछ एक फैसले मजबूरियों के होते है

बुजुर्ग जिनके उठाते नही किसी पे नज़र
दुपट्टे सर पे उन्ही बच्चियों के होते है

जो आँधियों में भी रूकती नहीं है रोके से
गुलाब सिर्फ उन्ही तितलियों के होते है

वो सब्ज़ रंग का स्वेटर वो सुर्ख सेब से गाल
कई मज़े भी मियां सर्दियों के होते है

तअल्लुकात में बरसो के पड़ गई है दरार
यही नतीजे गलतफहमियों के होते है

ज़मीन बांटना अच्छा नहीं मिरे भाई
खसारे इसमें कई पीढ़ियों के होते है

ग़ज़ल को गाना मिरे बस की बात कब है मियां
ये कारोबार तो मीरासियो के होते है

'तुफ़ैल' आयेंगे इतने कहाँ से राजकुमार
कि ऐसे ख्वाब सभी लड़कियों के होते है - तुफ़ैल चतुर्वेदी


Tamam fatwe kahan muftiyon ke hote hai

Tamam fatwe kahan muftiyoN ke hote hai
kuch ek faislemajburiyon ke hote hai

bujurg jinke uthate nahi kisi pe nazar
duptte sar pe unhi bachchiyon ke hote hai

jo aandhiyon me bhi rukti nahi hai roke se
gulab sirf unhi titliyo ke hote hai

wo sabz rang ka swetar wo surkh seb se gaal
kai maje bhi miyan sardiyon ke hote hai

taallukaat me barso ke padh gai hai daraar
yahi nateeje galatfahmiyon ke hote hai

zameen batna achha nahi mire bhai
khasare isme kai pidhiyon ke hote hai

ghazal ko gaana mire bas ki baat kab hai miyaN
ye karobaar to meerasiyon ke hote hai

'Tufail' Ayenge itne kahan se rajkumar
ki aise khwab sabhi ladkiyoN ke hote hai - Tufail Chaturvedi

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