ज़िन्दगी की उड़ान से हट जाएं - राज़िक़ अंसारी

ज़िन्दगी की उड़ान से हट जाएं

ज़िन्दगी की उड़ान से हट जाएं
हम अगर तेरे ध्यान से हट जाएं

जान जिनको अज़ीज़ है अपनी
इश्क़ के इम्तिहान से हट जाएं

मेरा वादा, लकीर पत्थर की
आप चाहें, बयान से हट जाएं

फिर ये टकराव कौन टालेगा
हम अगर दरमियान से हट जाएं

कौन ख़बरें पढ़ेगा, देखेगा
हम अगर दास्तान से हट जाएं

हम परिंदे जो एक साथ उड़ें
ख़ुद शिकारी मचान से हट जाएं - राज़िक़ अंसारी


zindagi ki udaan se hat jaye

zindgi ki udaan se hat jaye
ham agar tere dhyan se hat jaye

jaan jinko ajiz hai apni
ishq ke imtihan se hat jaye

mera wada, lakeer patthar ki
aap chahe, bayaan se hat jaye

phir ye takrao koun talega
ham agar darmiyan se hat jaye

koun khabre padega, dekhega
ham agar dastaan se hat jaye

ham parinde jo ek sath ude
khud shikari machan se hat jaye - Razique Ansari

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