हवा का झोका हूँ तुझे छुकर निकल जाऊँगा - देवेन्द्र देव

हवा का झोका हूँ तुझे छुकर निकल जाऊँगा

हवा का झोका हूँ तुझे छुकर निकल जाऊँगा
देर न लगी तेरे दिल में यूँ उतर जाऊंगा

नजरो के सामने रहूँगा हर पल
निगाहों में यूँ बसर कर जाऊंगा

मुझसा न मिलेगा कोई चाहने वाला
तू भले पत्थर हो मै मोम कर जाऊंगा

जो कभी दूर भी हुआ तुझसे
याद करोगे हमें कुछ ऐसा असर कर जाऊंगा - देवेन्द्र 'देव'


hawa ka jhoka hun tujhe chhukar nikal jaunga

hawa ka jhoka hun tujhe chhukar nikal jaunga
der n lagi tere dil me yun utar jaunga

nazro ke samne rahunga har pal
nigaho me yun basar kar jaunga

mujhsa n milega koi chahne wala
tu bhale patthar ho mai mom kar jaunga

jo kabhi door bhi hua tujhse
yaad karoge hame kuch aisa asar kar jaunga - Devendra Dev

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