मुझे गुनाह से नफ़रत है क्या किया जाए - साजिद प्रेमी

मुझे गुनाह से नफ़रत है क्या किया जाए

मुझे गुनाह से नफ़रत है क्या किया जाए
मगर हवस तो विधिवत है क्या किया जाए

किसी के नाम को पानी पे लिखता रहता हूँ
किसी का नाम मोहब्बत है क्या किया जाए

ज़माना लाख फ़साने का नाम दे इस को
हमारा प्यार विधिवत है क्या किया जाए

सखी है तू भी ज़ुलेख़ा सी मैं भी यूसुफ़ सा
सँभलना अपनी ज़रूरत है क्या किया जाए

सभी से आप भी उम्मीद छोड़ दें 'साजिद'
परोपकार दिवंगत है क्या किया जाए - साजिद प्रेमी


mujhe gunah se nafrat hai kya kiya jae

mujhe gunah se nafrat hai kya kiya jae
magar hawas to widhiwat hai kya kiya jae

kisi ke nam ko pani pe likhta rahta hun
kisi ka nam mohabbat hai kya kiya jae

zamana lakh fasane ka nam de is ko
hamara pyar widhiwat hai kya kiya jae

sakhi hai tu bhi zulekha si main bhi yusuf sa
sanbhalna apni zarurat hai kya kiya jae

sabhi se aap bhi ummid chhod den 'sajid'
paropkar diwangat hai kya kiya jae - Sajid Premi

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