रक़ीबों का मुझ से गिला हो रहा है - बेखुद बदायुनी

रक़ीबों का मुझ से गिला हो रहा है

रक़ीबों का मुझ से गिला हो रहा है
ये क्या कर रहे हो ये क्या हो रहा है

दुआ को नहीं राह मिलती फ़लक की
कुछ ऐसा हुजूम-ए-बला हो रहा है

वो जो कर रहे हैं बजा कर रहे हैं
ये जो हो रहा है बजा हो रहा है

वो ना-आश्ना बेवफ़ा मेरी ज़िद से
ज़माने का अब आश्ना हो रहा है

छुपाए हुए दिल को फिरते हैं 'बेख़ुद'
कि ख़्वाहाँ कोई दिल-रुबा हुआ है - बेखुद बदायुनी


raqibon ka mujh se gila ho raha hai

raqibon ka mujh se gila ho raha hai
ye kya kar rahe ho ye kya ho raha hai

dua ko nahin rah milti falak ki
kuchh aisa hujum-e-bala ho raha hai

wo jo kar rahe hain baja kar rahe hain
ye jo ho raha hai baja ho raha hai

wo na-ashna bewafa meri zid se
zamane ka ab aashna ho raha hai

chhupae hue dil ko phirte hain 'bekhud'
ki khwahan koi dil-ruba hua hai - Bekhud Badayuni

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