सपना टूट गया
हाथों की हल्दी है पीलीपैरों की मेहँदी कुछ गीली
पलक झपकने से पहले ही
सपना टूट गया
दीप बुझाया रची दीवाली
लेकिन कटी न अमावस काली
व्यर्थ हुआ आवाहन
स्वर्ण सबेरा रूठ गया
सपना टूट गया
नियति नटी की लीला न्यारी
सब कुछ स्वाहा की तैयारी
अभी चला दो कदम कारवाँ
साथी छूट गया
सपना टूट गया
- अटल बिहारी वाजपेयी
sapna tut gaya
hatho ki haldi hai pilipairo ki mehandi kuchh gili
palak jhapkane se pahle hi
sapna tut gaya
deep bujhaya rachi diwali
lekin kati n mawas kali
vyarth hua aawahan
swarn sabera rooth gaya
sapna toot gaya
niyati nati ki leela nyari
sab kuchh swaha ki taiyaari
abhi chala do kadam karwaaN
sathi chhut gaya
sapna toot gaya
- Atal Bihari Vajpayee