जो छू लिया भी तो बाज़ू नहीं छुपाउँगा
जो छू लिया भी तो बाज़ू नहीं छुपाउँगामैं तेरे हाथ की खुशबू नहीं छुपाउँगा
कि अब मैं तुमसे बहुत दूर रह नहीं सकता
जो अबके आये तो पल्लू नहीं छुपाऊंगा
बना के तुमको कबूतर उडाने वाला हूं
जो सीख रक्खा है जादू नहीं छुपाऊंगा
वो बे रहम है मेरे दिल की बात क्या समझे
जो अब मैं रोया तो आंसू नहीं छुपाउँगा
कभी नदी ने अगर कूदने कहा भी तो
मैं अपने जिस्म पे बालू नहीं छुपाउँगा
ज़माना देख ले बांहों में तुमको सोते हुए
मैं तेरे चेहरे पे गेसू नहीं छुपाऊंगा
तुम्हारे इश्क़ ने इतना निडर बनाया है
कोई भी देख ले टेटू नहीं छुपाउँगा - डॉ. जियाउर रहमान जाफरी
jo chhu bhi liya to baaju nahi chupaaunga
jo chhu bhi liya to baaju nahi chupaaungamain tere haath ki khushboo nahi chupaaunga
ki ab main tumse bahut door rah nahi sakta
jo abke aaye to pallu nahi chupaaunga
bana ke tumko kabootar udane wala hun
jo seekh rakkha hai jadu nahi chupaaunga
wo be raham hai mere dil ki baat kya samjhe
jo ab mai roya to aansu nahi chupaaunga
kabhi nahi ne agar kudne ko kaha bhi to
main apne jism pe balu nahi chhupaaunga
zamana dekh le bado me tumko sote hue
mai tere chehre pe gesu nahi chhupaaunga
tumhare ishq ne itna nidar banaya hai
koi dekh le tattoo nahi chhupaaunga - Dr. Zia Ur Rehman Jafri