मेरा किरदार कब से जंच रहा है - राज़िक़ अंसारी

मेरा किरदार कब से जंच रहा है

मेरा किरदार कब से जंच रहा है
मगर जो सच है वो तो सच रहा है

इज़ाफ़ा हो रहा है नफ़रतों में
न जाने कौन साज़िश रच रहा है

सफ़ेदी आ गयी बालों में लेकिन
उसे कहना वो अब भी जच रहा है

तुम्हारे हाथ की लाली तो देखो
हमारा ख़ून कितना रच रहा है

ग़रीबी छूत का है रोग शायद
मेरा हर दोस्त मुझ से बच रहा है

चलो चल कर परिंदों की ख़बर लें
हवा में शोर कब से मच रहा है

न होगा हज़्म तो फिर क्या करोगे
अभी तो झूठ सब को पच रहा है - राज़िक़ अंसारी


Meraa kiradaar kab se janch raha hai

Meraa kiradaar kab se janch raha hai
magar jo sach hai vo to sach raha hai

ijafa ho raha hai napharaton men
n jaane kaun sazish rach raha hai

safedi aa gayi baalo me lekin
use kahna wo ab bhi jach raha hai

tumhaare haath ki lali to dekho
hamara khaoon kitna rach raha hai

garibi chhoot kaa hai rog shayad
mera har dost mujh se bach raha hai

chalo chal kar parindoN ki khabar leN
hawa me shor kab se mach raha hai

n hoga hazm to fir kyaa karoge
abhi to jhooth sab ko pach raha hai - Razique Ansari

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