हमें इसकी ज़रूरत भी नहीं है - डॉ जियाउर रहमान जाफरी

हमें इसकी ज़रूरत भी नहीं है

हमें इसकी ज़रूरत भी नहीं है
तुम्हारे पास फुरसत भी नहीं है

मोहब्बत का वो कुछ पैगाम दे दे
सियासत को इजाज़त भी नहीं है

सभी ने रख लिये बारूद इतनी
ये दुनिया अब सलामत भी नहीं है

मुखालिफ तो बहुत का मैं रहा हूँ
मगर सबसे बगावत भी नहीं है

वो इक लड़की यही कहती थी हमसे
ज़माने में शराफत भी नहीं है

बहुत जल्दी में ये दुनिया है सारी
कि खुद से अब मोहब्बत भी नहीं है

कहाँ उससे कभी मैं मिल सकुंगा
कि अब तो ख़त किताबत भी नहीं है - डॉ जियाउर रहमान जाफरी


hame iski jarurat bhi nahi hai

hame iski jarurat bhi nahi hai
tumhare paas fursat bhi nahi hai

mohbbat ka wo kuch paigam de de
siyasat ko ijajat bhi nahi hai

sabhi ne rakh liye barud itni
ye duniya ab salamat bhi nahi hai

mukhalif to bahut ka main raha hun
magar sabse bagawat bhi nahi hai

wo ik ladki yahi kahti thi hamse
zamane me sharafat bhi nahi hai

bahut jaldi me ye duniya hai sari
ki khud se ab mohbbat bhi nahi hai

kaha usse kabhi mai mil sakunga
ki ab to kitabat bhi nahi hai - Dr. Zia ur Rahman Zafari

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