खुश्क मौसम रूत सुहानी ले गया
खुश्क मौसम रूत सुहानी ले गयाचहचहाती जिंदगानी ले गया
मंदिरों का, मस्जिदों का आदमी
बस्तियों की शादमानी ले गया
नागफनियो का हमें देकर फ़रेब
वो हमारी रात-रानी ले गया
बन के दाता इक भिखारन का कोई
चंद सिक्को में जवानी ले गया
याँ खुदा कोई लुटेरा लूटकर
मेरे दिल की राजधानी ले गया
खत का मजमूं भापने वाला कोई
प्यार के किस्से –कहानी ले गया
अब कहा शेरी वो मंजिल के निशाँ
आके तूफां हर निशानी ले गया - चाँद शेरी
मायने
शादमानी = खुशी
khushq mousam root suhani le gya
khushq mousam root suhani le gyachahchahati zindgani le gya
mandiro ka, masjido ka aadmi
bastiyo ki shaadmani le gya
nagfaniyo ka hame dekar fareb
wo hamari raat-raani le gya
ban ke daata ik bhikharan ka koi
chand sikko me jawani le gya
yaa khuda koi lutera lutkar
mere dil ki raajdhani le gya
khat ka majmoon bhapne wala koi
pyar ke kisse-kahani le gya
ab kaha sherio wo manzil ke nishaan
aake toofan har nishani le gya - Chaand sheri