आज फिर उनका सामना होगा
आज फिर उनका सामना होगाक्या पता उसके बाद क्या होगा
आसमान रो रहा है दो दिन से
आपने कुछ कहा-सुना होगा
दो कदम पर सही तेरा कूचा
ये भी सदियों का फासला होगा
घर जलाता है रौशनी के लिए
कोई मुझ सा भी दिलजला होगा - सबा सीकरी
आइये इसे जगजीत सिंह की आवाज़ में सुनते है :
aaj phir unka samna hoga
aaj phir unka samna hogakya pata uske baad kya hoga
aasmaan ro raha hai do din se
aapne kuch kaha-suna hoga
do kadam par sahi tera kuncha
ye bhi sadiyo ka fasla hoga
ghar jalata hai roshni ke liye
koi mujh sa bhi diljala hoga - Saba Sikri