बाजा - विष्णु नागर

बाजा - विष्णु नागर

मुझे बाजा बनाया गया
और मैं बजने से पहले ही रो दिया
क्या करूँ कि मुझे बनाने वालों के दिल रोते हैं
मुझे बाजा बनाया गया
और मैं बजने से पहले ही हँस दिया
हँसने से काम नहीं चलेगा
और हँसना बाजे का काम भी नहीं
लेकिन यह हँसी उनकी है
जिनका मैं हूँ

मैं हैरान हूँ
कि बाजा होते हुए भी
मैं कैसे हँस दिया
मुझे हँसना नहीं चाहिए था
दरअसल, यह हँसी मेरी थी भी नहीं
मैं तो सिर्फ़ इसलिए हँसा
कि यह हँसी मेरी क्यों नहीं

मैं हैरान हुआ
कि बाजा होते हुए भी
मैं अपने आप कैसे बजने लगा
और पृथ्वी ने कहा तुम्हारे तो पाँव हैं
और हवा ने कहा तुम्हारे तो हाथ हैं
और सिर तो मेरा ख़ुशी से झूम ही रहा था

मैं परेशान हूँ
कि बाजे का जीवन पाकर
यह जो कुछ मैं कर रहा हूँ
वह ठीक-ठीक है भी या नहीं
कल मैं बोलने लगूँ
तो सब मुझे प्रेत समझकर
भागने तो नहीं लगेंगे?
मुझे गोली मार देना
मगर भागना नहीं मुझसे मेरे लोगों।
- विष्णु नागर


Baza - Vishnu Nagar

mujhe baaja banaya gaya
aur main bajne se pahle hi ro diya
kya karu ki mujhe banane walo ke dil rote hai
mujhe baaja banaya gaya
aur main bajne se pahle hi has diya
hansane se kaam nahi chalega
aur hasna baaje ka kaam bhi nahin
lekin yah hansi unki hai
jinka mai hun

mai hairaan hun
ki baaja hote hue bhi
mai kaise has diya
mujhe hasna nahin chahiye tha
darasal, yah hansi meri thi bhi nahin
mai to sirf isliye hansa
ki yah hasi meri kyon nahin

mai hairaan huaa
ki baaja hote hue bhi
mai apne aap kaise bajne laga
aur prithvi ne kaha tumhare to panv hai
aur hawa ne kaha tumhare to haath hai
aur sir to mera khushi se jhum hi raha tha

mai pareshan hun
ki baaje ka jeevan pakar
yah jo kuchh mai kar raha hun
wah thik-thik hai bhi ya nahin
kal mai bolne lagu
to sab mujhe pret samajhkar
bhagne to nahi lagenge?
mujhe goli maar dena
mgar bhagna nahin mujhe mere logo
- Vishnu Nagar

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