मेरे हिन्दुस्तान -मुज़फ्फर हनफ़ी
गणतंत्र दिवस के मौके पर आप सबको बधाई! आज इस मौके पर मुजफ्फर हनफ़ी साहब की एक नज्म पेश है :- हरियाणा, कश्मीर, उड़ीसा, महाराष्ट्र, पंजाब कर...
गणतंत्र दिवस के मौके पर आप सबको बधाई! आज इस मौके पर मुजफ्फर हनफ़ी साहब की एक नज्म पेश है :- हरियाणा, कश्मीर, उड़ीसा, महाराष्ट्र, पंजाब कर...
नाव दिल की डुबो रही है शाम मौज दर मौज हो रही है शाम ये सितारे नहीं है, आंसू है ऐसा लगता है रो रही है शाम बूढ़े सूरज ने झुक के दस्तक दी...
पूछो न उससे कौन है, आता कहाँ से है दिल की कहानी देखो, सुनाता कहाँ से है आवाज़ गूँजती है हमेशा इक आस-पास है कौन मेरा, और बुलाता कहाँ से ह...
हसरत है कि तुझे सामने बैठे कभी देखूं मैं तुझ से मुखातिब हूँ, तेरा हाल भी पूछूं दिल में है मुलाकात की ख्वाहिश की दबी आग मेहंदी लगे हाथों...