tag:blogger.com,1999:blog-7036056563272688970.post4120119656401988144..comments2023-11-25T10:47:26.279+05:30Comments on जखीरा, साहित्य संग्रह: ये जीने की कैसी सजा दी गई - शाहिदा हसनDevendra Gehlodhttp://www.blogger.com/profile/14583030486678251386noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7036056563272688970.post-87987455381786565802011-01-16T00:30:28.703+05:302011-01-16T00:30:28.703+05:30भारत से प्रकाशित होने वाले एक वृहत्, सुनियोजित एव...भारत से प्रकाशित होने वाले एक वृहत्, सुनियोजित एवं शोधपूर्ण सामग्री से भरपूर ‘मुक्तक/रुबाई/कत्अ विशेषांक’ मे सहभागी बनने हेतु निःशुल्क योजना जिसमें अनेक देशों के कवियों की भागीदारी हो रही है।विस्तृत जानकारी के लिए कृपया नीचे पढ़ें :<br /><br />विस्तृत विज्ञप्ति<br /><br />‘मुक्तक/रुबाई विशेषांक’ हेतु रचनाएँ आमंत्रित- <br /><br />देश की चर्चित साहित्यिक एवं सांस्कृतिक त्रैमासिक पत्रिका ‘सरस्वती जितेन्द्र ‘जौहर’ Jitendra Jauharhttps://www.blogger.com/profile/06480314166015091329noreply@blogger.com